शिव भजन
💐जय माँ शारदे 💐
हाथ त्रिशूल औ डमरू लेके,निकल पड़े त्रिपुरारी l
गले में उनके विषधर माला, जटा जूट सिर धारी l l
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श्रावण मास परम प्रिय लागे, नंदी जी की सवारी ,
मैया गौरा साथ चल रहीं, पूजे दुनिया सारी ,
भस्म लगाये पूरे तन में ,छवि लागे अति प्यारी l
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आक धतूरा शमी पत्र से ,होवे पूजन अर्चन,
बेलपत्र और भंग साथ मे ,पंचामृत का अर्पन ,
माँग रहे वरदान सभी जन ,हरो कष्ट गंगाधारी l
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मृत्यु लोक में विचरण करते, करने को कल्याण,
जरा प्रभू में ध्यान लगा लो ,तभी बचेंगे प्राण,
सेवा में तन मन अर्पित कर, चरण पड़े नर नारी l
हाथ त्रिशूल औ डमरू लेके, निकल पड़े त्रिपुरारी
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विनीता गुप्ता स्वरचित मौलिक छतरपुर मध्य प्रदेश
Gunjan Kamal
13-Mar-2024 10:04 PM
बहुत खूब
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Mohammed urooj khan
11-Mar-2024 01:20 PM
👌🏾👌🏾👌🏾
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Varsha_Upadhyay
10-Mar-2024 07:36 PM
Nice
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